आज तुलसी पूजा दिवस: तुलसी पूजा करने से क्या-क्या लाभ होते हैं?
( Apurba Das )
हिंदू धर्म में तुलसी को केवल एक पौधा नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी का स्वरूप और भगवान विष्णु की प्रिय माना गया है। शास्त्रों में तुलसी को “हरि-प्रिया” कहा गया है। तुलसी पूजा दिवस पर तुलसी माता की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को धार्मिक, मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक – सभी स्तरों पर लाभ प्राप्त होते हैं। आइये आपको बताते हैं तुलसी पूजा करने के प्रमुख लाभ।
1. धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ
तुलसी पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मान्यता है कि जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा होती है, वहां भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी को जल अर्पित करने और दीपक जलाने से पापों का नाश होता है तथा पुण्य की प्राप्ति होती है।
तुलसी के पास बैठकर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या “नारायण” मंत्र का जाप करने से मन शांत होता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
2. घर में सुख-शांति और समृद्धि
तुलसी पूजा से घर में कलह, नकारात्मकता और तनाव दूर होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा घर के वातावरण को शुद्ध करता है और सुख-समृद्धि को बढ़ाता है।
ऐसी मान्यता है कि नियमित तुलसी पूजन से आर्थिक समस्याएं कम होती हैं और धन की स्थिरता आती है।
3. मानसिक शांति और तनाव में कमी
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव आम समस्या है। तुलसी पूजा करते समय कुछ पल शांति से बैठने और ध्यान करने से मन को सुकून मिलता है। तुलसी की सुगंध और उसके आसपास की सकारात्मक ऊर्जा चिंता, अवसाद और नकारात्मक विचारों को कम करने में सहायक मानी जाती है।
4. स्वास्थ्य से जुड़े लाभ
तुलसी को आयुर्वेद में औषधियों की रानी कहा गया है। तुलसी पूजा के साथ-साथ तुलसी का सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, जैसे:
• रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
• सर्दी, खांसी और जुकाम में लाभ
• पाचन तंत्र मजबूत होता है
• शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं
ऐसा माना जाता है कि तुलसी पूजा करने से व्यक्ति स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर होता है।
5. वातावरण की शुद्धि
तुलसी का पौधा आसपास की हवा को शुद्ध करता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी तुलसी वातावरण में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को कम करने में सहायक है। तुलसी पूजा के समय दीपक और धूप जलाने से वातावरण और अधिक पवित्र और शुद्ध हो जाता है।
6. पारिवारिक सुख और वैवाहिक जीवन में लाभ
तुलसी माता को सौभाग्य की देवी माना जाता है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए तुलसी पूजा बहुत लाभकारी मानी जाती है।
• वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है
• पति की लंबी आयु की कामना पूरी होती है
• परिवार में प्रेम और एकता बनी रहती है
इसी कारण तुलसी विवाह का विशेष धार्मिक महत्व है।
7. ग्रह दोष और नकारात्मक प्रभावों में कमी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी पूजा से ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है, विशेष रूप से चंद्र और शुक्र ग्रह से जुड़े दोषों में राहत मिलती है। तुलसी के सामने दीपक जलाने से राहु-केतु जैसे अशुभ प्रभावों में भी कमी आती है।
8. बच्चों और युवाओं के लिए लाभ
तुलसी पूजा से बच्चों में संस्कार, एकाग्रता और अनुशासन बढ़ता है। पढ़ाई में मन लगता है और नकारात्मक आदतों से दूरी बनी रहती है।
युवाओं के लिए तुलसी पूजा आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच को मजबूत करती है।
◽तुलसी पूजा करने की सही विधि (संक्षेप में)
• प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें
• तुलसी को जल अर्पित करें
• दीपक जलाएं और धूप लगाएं
• तुलसी पर कच्चा दूध या गंगाजल अर्पित कर सकते हैं । लेकिन सूर्यास्त के बाद तुलसी पर पानी या दूध किसी भी जल अर्पित ना करें।
• मनोकामना के साथ पूजा करें
◽तुलसी के आयुर्वेदिक गुण
आयुर्वेद में तुलसी को “औषधियों की रानी” कहा गया है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं। सही मात्रा और सही तरीके से सेवन करने पर तुलसी कई बीमारियों में प्राकृतिक औषधि का काम करती है।
1. सर्दी–जुकाम और खांसी
• लाभ: कफ दूर करता है, गले की सूजन कम करता है।
• मात्रा: 5–7 ताज़ी तुलसी की पत्तियां
• तुलसी की पत्तियों को 1 कप पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। चाहें तो थोड़ा अदरक और शहद मिला सकते हैं। दिन में 1–2 बार सेवन करें।
2. बुखार (वायरल या मौसमी)
• लाभ: शरीर का ताप संतुलित करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है।
• मात्रा: 8–10 पत्तियां
• तुलसी की पत्तियों को काली मिर्च के 2–3 दानों के साथ उबालकर काढ़ा बनाएं। दिन में एक बार लें।
3. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता
• लाभ: इम्यून सिस्टम मजबूत करता है।
• मात्रा: 2–3 पत्तियां रोज़
• सुबह खाली पेट तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाएं या गुनगुने पानी के साथ लें।
4. पाचन समस्या और गैस
• लाभ: अपच, गैस और पेट दर्द में राहत।
• मात्रा: 4–5 पत्तियां
• तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर भोजन के बाद पीएं या पत्तियों को चबाएं।
5. मधुमेह (डायबिटीज)
• लाभ: रक्त शर्करा नियंत्रित करने में सहायक।
• मात्रा: 5–6 पत्तियां
• सुबह खाली पेट तुलसी की पत्तियों का रस या चबाकर सेवन करें। (दवा चल रही हो तो डॉक्टर से सलाह ज़रूरी)
6. सांस संबंधी रोग (अस्थमा, ब्रोंकाइटिस)
• लाभ: फेफड़ों को मजबूत करता है, सांस लेने में राहत।
• मात्रा: 6–8 पत्तियां
• तुलसी का काढ़ा शहद के साथ दिन में एक बार लें।
7. तनाव और अनिद्रा
• लाभ: मन शांत करता है, नींद सुधारता है।
• मात्रा: 3–4 पत्तियां
• रात में तुलसी की हल्की चाय बनाकर पिएं।
◽सावधानियां
• गर्भवती महिलाएं अधिक मात्रा में सेवन न करें
• खाली पेट अधिक मात्रा से बचें
• रोज़ाना 5-10 पत्तियों से अधिक न लें
तुलसी सही मात्रा और सही तरीके से सेवन की जाए तो यह कई बीमारियों में रामबाण औषधि है। फिर भी यदि कोई गंभीर रोग हो या दवा चल रही हो, तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेना आवश्यक है।
तुलसी पूजा दिवस केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित, स्वस्थ और सकारात्मक बनाने का माध्यम है। तुलसी माता की नियमित पूजा से व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
यदि हम प्रतिदिन थोड़े समय के लिए भी तुलसी पूजा को जीवन का हिस्सा बना लें, तो निश्चित ही जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का अनुभव होगा।