Hindi Magazine Health News : ताज़ा स्वास्थ्य समाचार 2025 : भारत और दुनिया से जुड़ी बड़ी हेल्थ अपडेट्स
( अपूर्व दास )
1. WHO ने आयुर्वेद को दी वैश्विक मान्यता
पारंपरिक चिकित्सा को मिला अंतरराष्ट्रीय दर्जा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों को अपनी वैश्विक स्वास्थ्य वर्गीकरण प्रणाली में शामिल किया है। इसका सीधा अर्थ यह है कि अब पारंपरिक भारतीय चिकित्सा को भी आधुनिक चिकित्सा की तरह वैज्ञानिक रिकॉर्ड, रिसर्च और नीति निर्माण में स्थान मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल भारत की पारंपरिक चिकित्सा को वैश्विक पहचान मिलेगी, बल्कि हर्बल दवाओं, प्राकृतिक उपचार और वैकल्पिक चिकित्सा पर रिसर्च को भी बढ़ावा मिलेगा।
2. भारत में स्वास्थ्य बजट में बढ़ोतरी ; सरकारी अस्पतालों को मिलेगी नई ताकत
देश के कई राज्यों ने वर्ष 2025 में स्वास्थ्य बजट में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है। इस बजट का उद्देश्य है:
• सरकारी अस्पतालों में आधुनिक मशीनें
• ग्रामीण इलाकों में नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
• मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी
• मुफ्त दवा और जांच सुविधाओं का विस्तार
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यह बजट सही तरीके से लागू हुआ, तो आम नागरिकों को निजी अस्पतालों पर निर्भरता कम करनी पड़ेगी।
3. बच्चों की सेहत पर मंडरा रहा वैश्विक खतरा । शिशु मृत्यु दर बढ़ने की चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य रिपोर्टों के अनुसार, दुनिया के कई गरीब और विकासशील देशों में बच्चों की मृत्यु दर फिर से बढ़ने लगी है। इसके मुख्य कारण हैं:
• टीकाकरण में कमी
• पोषण की कमी
• स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच
• वैश्विक आर्थिक संकट
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले वर्षों में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
4. मंकीपॉक्स (Mpox) के मामलों में बढ़ोतरी। WHO ने जारी की नई एडवाइजरी
दुनिया के कुछ हिस्सों में मंकीपॉक्स वायरस के मामले फिर से सामने आ रहे हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर फोड़े, थकान और लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल है।
• WHO और स्वास्थ्य एजेंसियों ने लोगों को सलाह दी है कि:
• संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं
• संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें
• व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें
5. मानसिक स्वास्थ्य बना बड़ी चुनौती। डिप्रेशन और एंग्जायटी के मामले बढ़े
2025 में मानसिक स्वास्थ्य एक गंभीर वैश्विक मुद्दा बन चुका है। भारत समेत पूरी दुनिया में:
• तनाव
• अवसाद (डिप्रेशन)
• चिंता (एंग्जायटी)
• नींद की समस्याएं
तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग, सोशल मीडिया, नौकरी का दबाव और असंतुलित जीवनशैली इसके प्रमुख कारण हैं।
6. हेल्थ सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की एंट्री। बीमारी की पहचान अब और तेज
स्वास्थ्य क्षेत्र में AI तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। अब AI की मदद से:
• बीमारी का शुरुआती पता लगाया जा रहा है
• मरीजों की रिपोर्ट का विश्लेषण हो रहा है
• महामारी की भविष्यवाणी संभव हो रही है
डॉक्टरों का मानना है कि आने वाले समय में AI स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन सकता है।
7. हार्ट डिजीज और डायबिटीज में तेजी । गलत जीवनशैली बनी मुख्य वजह
भारत में दिल की बीमारियां और डायबिटीज तेजी से बढ़ रही हैं। इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
• जंक फूड
• शारीरिक गतिविधि की कमी
• मोटापा
• तनाव
डॉक्टरों के अनुसार, अगर लोग समय रहते खान-पान और जीवनशैली में बदलाव करें, तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
8. मोटापा बना नई महामारी ! युवा और बच्चे भी चपेट में
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, मोटापा अब केवल अमीर देशों की समस्या नहीं रहा। भारत में भी: बच्चे , किशोर, युवा
तेजी से मोटापे का शिकार हो रहे हैं। इससे भविष्य में डायबिटीज, हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।
9. लंबी उम्र का रहस्य आया सामने। साधारण जीवनशैली है असली चाबी
हालिया शोध में पाया गया है कि लंबी उम्र जीने वाले लोग कोई महंगे सुपरफूड नहीं खाते, बल्कि:
• सादा भोजन
• नियमित दिनचर्या
• कम तनाव
• सकारात्मक सोच
अपनाते हैं। यह शोध बताता है कि स्वस्थ जीवन के लिए अनुशासन सबसे जरूरी तत्व है।
10. मौसमी बीमारियों से बचाव जरूरी। डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
मौसम बदलने के साथ वायरल बुखार, खांसी-जुकाम और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों की सलाह:
• हाथ साफ रखें
• पानी जमा न होने दें
• संतुलित आहार लें
• इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं
11. योग और ध्यान को मिल रही नई पहचान। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद
योग और ध्यान अब केवल आध्यात्मिक अभ्यास नहीं रहे, बल्कि वैज्ञानिक रूप से सिद्ध स्वास्थ्य उपाय बन चुके हैं। नियमित योग से:
• तनाव कम होता है
• ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
• इम्यून सिस्टम मजबूत होता है